World Languages, 03.08.2020 23:01 Wyatt3104
ननम्ननिनखत गद्यंश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर निनखए :-
अच्छी संगनत से ही मनुष्य की वयणी अत्यनधक प्रभयनवत होती है l नवधयतय की ओर से मनुष्य को प्रदयन
की गई सबसे अनमोि नननध है उसकी वयणी l वयणी के कयरण ही पंनडत और मूखख , सयधु और दुष्ट,
सज्जन और दुजखन की पहचयन होती है l वयणी द्वयरय हम न के वि अपने मन की अटि गहरयइयों के
नवनभन्न भयवों को व्यक्त करते हैं, बनकक अपने पररवेश को संबोनधत करके अपनी इच्छयओं को क्रिययनववत
भी करते हैं l
संगनत कय प्रभयव व्यनक्त के मनततष्क और व्यवहयर पर अनधक इसनिए पड़तय है, क्योंक्रक व्यनक्त की यह
तवयभयनवक प्रवृनत्त है क्रक वह समयजीकरण की प्रक्रियय मेंसीखे गए व्यवहयरों को ही संपयक्रदत करतय है l
अपने पररवेश और वयतयवरण से व्यनक्त की भयवनयएँ , नचवतन, भयषय आक्रद इतनी अनधक प्रभयनवत
होती है क्रक उसे सयमयनजक प्रयणी कहय जयतय हैl समयजीकृ त होकर ही वह नववेकशीि एवं नचवतनशीि
बन पयतय है l इस प्रकयर, यक्रद समयजीकरण कय व्यनक्त के निए इतनय अनधक महत्त्व है, तो तवयभयनवक
है क्रक उसके निए वह पररवेश, नजसमे वह िोगों के सयथ अंत:क्रियय करतय है, भी महत्त्वपूणख होगय
अथयखत वह क्रकन िोगों के बीच नवनभन्न प्रकयर की गनतनवनधयों को क्रिययनववत करतय है, इसकय व्यनक्त
पर अत्यनधक प्रभयव पड़तय है l
(क) नवधयतय की ओर से मनुष्य को प्रदयन की गई सबसे अनमोि नननध क्यय है और क्यों ?
(ख) संगनत कय प्रभयव व्यनक्त के मनततष्क और व्यवहयर पर अनधक क्यों पड़तय है ?
(ग) समयजीकरण कय मनुष्य पर क्यय प्रभयव पड़तय है तथय समयजीकरण मनुष्य के निए क्यों महत्त्वपूणख है ?
(घ) प्रततुत गद्यंश कय मूिभयव तपष्ट कीनजए l
(ड़) मनुष्य अपनी इच्छयओं को क्रकस प्रकयर अनभव्यक्त कर सकतय है ?
(च) प्रततुत गद्यंश कय सवयखनधक उपयुक्त शीषखक निनखए :-
Answers: 2
World Languages, 28.06.2019 20:30
The stormy weather the plane from taking off on schedule. a rumbled b confused c distressed d flew e prevented
Answers: 2
World Languages, 29.06.2019 09:00
Why do parents think they know everything even if they havent done it in 7+ years. ()no offince to parents on here)
Answers: 1
ननम्ननिनखत गद्यंश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर निनखए :-
अच्छी संगनत से ही मनुष्य की वयणी अत्य...
Mathematics, 03.02.2021 19:20
Mathematics, 03.02.2021 19:20
Mathematics, 03.02.2021 19:20
History, 03.02.2021 19:20
History, 03.02.2021 19:20
Mathematics, 03.02.2021 19:20
English, 03.02.2021 19:20
Mathematics, 03.02.2021 19:20